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メッセージ * प्राकृत-प्रकाश: आचार्य वररुचि प्रणीत: पदच्छेद, पदार्थ सूत्रानुवाद, 'मनोरमा' वृत्त्युपेत:, 'शशिप्रभा' हिन्दी व्याख्या, परिशिष्ट समन्वितश्च